शनिवार, 21 अप्रैल 2018

ब्‍यूटी क्‍लीनिक सेलेबरस


                       ब्‍यूटी क्‍लीनिक सेलेबरस
1-ब्‍यूटी क्‍लीनिक क्‍या है , ब्‍युटी पार्लर एंव ब्‍यूटी क्‍लीनिक में अंतर ?
2-बी गम थैरापी ,शरीर से अनावश्‍यक बालों को निकालना ,वेक्‍स ,हेयर रिमूबर   ,थ्रेडिंग,इलैक्‍ट्रोलाईसिस
 नैनसी डेकोरियस विधि से बालों को निकालना , त्‍वचा से अनावश्‍यक बालों को बिना र्दद के निकालने की विधि , त्‍वचा को शून्‍य कर शरीर से अनावश्‍यक बालों को निकालना ,बालों की ग्रोथ कम करने की विधि ,बी गम से गर्भणी रेखाओं (स्‍ट्रेचमार्क ) के निशानों को मिटाना ,वी गम मिसाज थैरापी ।
3-कपिंग उपचार या वेक्‍युम थैरापी ,परम्‍परागत कपिंग,आधुनिक कपिंग ,साधारण कपिंग ,डबल कपिंग यंत्र , नेवल शेपर कपिंग यंत्र , विभिन्‍न अंगों हेतु प्रयोग किये जाने वाले कपिंग यंत्र ,अविकसित अंगों को विकसित करने की विधि ।
4-नाभी स्‍पंदन व परिक्षण से रोग निदान एंव सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं का उपचार ,नेवल कपिंग से सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं का निदान ,नाभी धारीयों एंव नाभी के आकार प्रकार से रोग व सौन्‍र्द्धर्य समस्‍याओं को कैसे पहचाना जाता है तथा इससे किस प्रकार इन समस्‍याओं का उपचार किया जाता है ।   
5- ब्‍युटी प्रेशर क्‍लीनिक
6- ब्‍युटी होम्‍योपंचर उपचार, ब्‍युटी होम्‍योपंचार में प्रयुक्‍त होने वाली निडिल का वर्णन  
7-पंचरिग पाईट का निर्धारण
8-लैर्न्‍ड मार्क विधि क्‍या है इसका विस्‍तृत अध्‍ययन , प्रयौगिक अध्‍ययन ,पंचरिग पाईट निधारण की एनाटामिकल विधि
9-एन और यू का निर्धारण एंव इसका महत्‍व क्‍या है । इसका उपयोग एक्‍युपंचर एंव होम्‍योपंचर उपचार में कैसे किया जाता है  
10-स्‍टोमक (एब्‍डोमिन ) को चार समान भागों में विभाजित करना एंव इस पर चार वृत बनाना तथा इन वृत को आठ एंव सोलह भागों में विभाजित करना उक्‍त प्रयौगिक अध्‍ययन अलग अलग मरीजों पर करते हुऐ इसके फोटोग्राफ तैयार करे ।
11-बारह मैरीडियान का वर्णन ,मरीज पर बारह मेरिडियान बनाने का प्रयोगात्‍मक अध्‍ययन  
12- पंचरिग बिन्‍दुओं का निर्धारण किस प्रकार किया जाता है ।
13-एब्‍डोमिन या पेट पर पाये जाने वाले शरीर के प्रतिनिधि क्षेत्रों का निर्धारण
14- पंचरिंग करने की विधि ,एक्‍युपंचर विधि ,होम्‍योपंचर विधि
15- नेवल एक्‍युपंचर क्‍या है ,नेवल एक्‍युपंचर से सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं का निदान , नेवल एक्‍युपंचर में प्रयुक्‍त होने वाली निडिल का परिचय
16-ब्‍युटी पंचर में प्रयुक्‍त होने वाले दबाओं का वर्णन
17-मोक्‍सा उपचार, मोक्‍सा उपचार में प्रयोग यंत्र व सामग्रीयों का अध्‍ययन  
18-बाडी आर्ट या टैटू आर्ट क्‍या है आधुनिक जीवन शैली में इसका महत्‍व टैटू में प्रयोग किये जाने वाले यंत्रों का वर्णन ,इंक ,कलर इंक ,
19-ओबेसिटी या (मोटापा), शरीर के अनावश्‍यक मोटापे को कम करने की विधियों का वर्णन कीजिये ।  
20- नी शेप क्‍लीनिक , आधुनिक फैशन में नीशेप क्‍लीनिक का क्‍या महत्‍व है , नीशेप से नेवल को किस प्रकार से आकार दिया जाता है । नेवल कार्क ,नेवल स्प्रिग तथा नेवल पटटीका का वर्णन एंव इसका प्रयौगिक अध्‍ययन
21- आधुनिक फैशन
22-साडी, हिन्‍दुस्‍थान में पहने जाने वाली विभिन्‍न किस्‍म की साडी के पहनाने का वर्णन एंव इसका प्रयौगिक अध्‍ययन कीजिये ।  
23-पिर्यसिंग क्‍या है ,पिर्यसिंग आर्ट , नोज,इयर ,नेवल ,एब्‍डोमिन,लिपस, पिर्यसिग
24-ची नी शॉग उपचार ,ची नी शॉग उपचार से सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं का निदान ,चीनी शॉग स्‍ट्रोक उपचार , ब्‍यूटी होम्‍योपंचर, ची नी शॉग से पेट के अनावश्‍यक मोटापा को कम करना , ची नी शॉग से बॉडी की सर्विसिंग , ची नी शॉग से रोगों की पहचान किस प्रकार से की जाती है
25- मेगनेट थैरापी , एक्‍युप्रेशर थैरापी ,सुजाक थैरापी ,प्राकृतिक उपचार विधियों से सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं का निदान
26-ब्‍युटी क्‍लीनिक में स्‍वारोजगार की संभावना क्‍या है । इसके नि:शुल्‍क व पत्राचार के अध्‍ययन
  पर प्रकाश डालते हुऐ इसके महत्‍व को बतलाये । ई मेल सेवा ,व अल्‍पावधि प्रेक्टिकल प्रशिक्षण या इसके अलग अलग ब्रॉच का अध्‍ययन अपनी सुविधानुसार घर बैठे अध्‍ययन करने से इस व्‍यवसाय पर क्‍या प्रभाव पडेगा । ब्‍युटी क्‍लीनिक का नेटवर्क बिना किसी प्रचार प्रसार या विज्ञापन के कैसे हो जाता है इसका अध्‍ययन व अभिमत
27- विषयों के अनुरूप समस्‍त सैद्धान्‍तिक (थैवरिकल) अध्‍ययन के पश्‍चात इसका प्रयौगिक (प्रेक्टिकल) अध्‍ययन आवश्‍यक है परन्‍तु इसके कुछ विषय ऐसे है जिनका अध्‍ययन कर इसका प्रेक्टिकल किया जा सकता है । एक्‍युपंचर या शरीर में सूई चुभाने का प्रयौगिक ज्ञान आप अपने आस पास के एक्‍युपंचर चिकित्‍सक से प्राप्‍त कर सकते है या जिन नगरों में बीस से पच्‍चीस छात्र होगे वहॉ पर नि:शुल्‍क तीन दिवसी प्रशिक्षण की व्‍यवस्‍था की जा सकती है परन्‍तु जहॉ पर छात्रों की सॉख्‍या इससे कम होगी उन्‍हे जहॉ कही भी नि:शुल्‍क प्रशिक्षण शिविर लगाया जायेगा वहॉ पर उन्‍हे आना होगा । हमारे समन्‍वयक प्राय: सभी नगरों में है आप उनसे भी प्रेक्टिकल प्रशिक्षण प्राप्‍त कर उनसे इसका प्रमाण पत्र लेकर हमारे यहॉ भेज सकते है ताकि आप को थैवरी एक्‍जाम में बैठाला जा सके । अन्‍यथा प्रेक्टिकल प्रशिक्षण के बाद ही आप फाईनल एक्‍जाम में बैठ सकेगे ।  



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें