शनिवार, 21 अप्रैल 2018

इलैट्रो होम्‍योपैथिक का नि:शुल्‍क कोर्स घर बैठे करिये


        इलैट्रो होम्‍योपैथिक का नि:शुल्‍क कोर्स घर बैठे करिये
  इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक में केवल 38 औषधियॉ है , इन 38 औषधियों से सम्‍पूर्ण बीमारीयों कर उपचार किया जा सकता है । यदि आप घर बैठे इस कोर्स का अध्‍ययन करना चाहते है तो आप इस ई मेल एड्रेस battely2@gmail.com पर अपनी पूरी जानकारी भर कर भेजिये । आप को इस कोर्स की विषय सामग्री किस्‍तों में आप तक भेजी जाती रहेगी । जितनी पाठय सामग्री आप को भेजी जाती है उसमें पास होने पर ही आगे की पाठय सामग्री आप को भेजी जायेगी । सम्‍पूर्ण भेजी गये कोर्स में उत्‍तीर्ण होने के पश्‍चात आप की वार्षिक परिक्षा होगी उसमें पास होने पर आप को प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा । भेजी गई विषय की परिक्षा के उत्‍तर  आप को हमारे ई मेल एड्रेस पर भेजना होगा , एंव आप का पंजियन इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक बोर्ड से कराया जायेगा ।      
    पत्राचार माध्‍यम से हमारे यहॉ और भी कई प्रकार के नि:शुल्‍क कोर्सो का संचालन किया जा रहा है । जैसे
1-चिकित्‍सा सम्‍बन्धित पत्राचार कोर्स :- एक्‍युपंचर ,नेवल एक्‍युपंचर ,नाभी स्‍पंदन से रोगों की पहचान एंव निदान ,ची नी शॉग उपचार, न्‍यूरोथैरापी ,एक्‍युप्रेशर , आईरिस साईस , होम्‍योपंचर चिकित्‍सा ,इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक ,
2-स्‍वारोजगार सम्‍बन्धित पत्राचार कोर्स:- ब्‍यूटी पार्लर,ब्‍यूटी क्‍लीनिक ,टैटू आर्ट ,नी शेप पार्लर, पिर्यसिंग पार्लर, बी गम थैरापी ,कपिंग थैरापी ,
 इसकी जानकारीयॉ आप हमारे इन साईस पर प्राप्‍त कर सकते है ।
battely2.blogspot.com
http://beautyclinict.blogspot.in/
xxjeent.blogspot.com
http://krishnsinghchandel.blogspot.in

इलै0हो0 से नाभी को गहरा आकृषक बनाना


                      इलै0हो0 से नाभी को गहरा आकृषक बनाना
आज के इस आधुनिक फैशनपरास्‍ती युग में खॉस कर महिलाओं में नाभी र्दशना वस्‍त्रों के पहनने का फैशन तेजी से बडा है । हर युवा महिलाये चाहती है कि उनकी नाभी गहरी आकृषक हो , परन्‍तु सभी महिलाओं की नाभी गहरी आकृषक नही होती कई महिलाओं की नाभी किसी जख्‍म की तरह से अनाकृषक होती है वही कई महिलाओं की नाभी गहरी न होकर सकरी एंव आकार में छोटी होती है इसकी वहज से वे नाभी र्दशना वस्‍त्र पहनने से वंचित रह जाती है । नाभी को गहरा आकृषक बनाने के लिये वे प्‍लास्टिक सर्जरी का सहारा लेती है परन्‍तु प्‍लास्टिक सर्जरी सभी के वश की बात नही है । ब्‍युटी क्‍लीनिक व नीशेप क्‍लीनिक में नेवल कार्क , नेवल स्प्रिंग आदि की सहायता से भी नाभी को गहरा आकृषक बनाया जाता है । किसी भी चिकित्‍सा पद्धति में अभी तक तो दबाओं की सहायता से नाभी को गहरा आकृषक बनाने के विषय में जानकारी नही है । परन्‍तु इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक में एक घटना ने इस पर प्रकाश डाला । एक युवा लडकी जिसकी उम्र लगभग बीस वर्ष के आस पास होगी उसे पेट से सम्‍बन्धित कुछ परेशानीयॉ थी उसे एस-10 सी-10 जैसी दबाये दी गयी परन्‍तु लाभ पूरी तरह से नही हो रहा था इसलिये उसकी बीमारी के हिसाब से सी-15 दबा का चुनाव किया गया इस दबा को नियमित कुछ दिनों तक दिया जाता रहा इसी मध्‍य हमने देखा कि उस लडकी की नाभी जो सकरी एंव कम गहरी थी । सी-15 दबा के नियमित दिये जाने से काफी गहरी एंव आकार में चौडी होने लगी थी । इसे देख हमारे ब्‍युटी क्‍लीनिक के स्‍थानीय समन्‍वयक डॉ0 अनिता भटेले ने कहॉ कि यह आर्श्‍चय है कि सी-15 दबा के प्रयोग से इस लडकी की सकरी कम गहरी नाभी गहरी आकृषक हो गयी । इसके बाद हम लोगों ने इसका प्रचार प्रसार इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक चिकित्‍सकों में किया इसका परिणाम यह हुआ कि जितने भी लोगों ने इस दबा का प्रयोग नियमित रूप से लम्‍बे समय तक किया उन्‍हे इसके आशानुरूप परिणाम मिले । चूंकि नी शेप क्‍लीनिक में नाभी को गहरा आकृषक बनाने हेतु कई महिलाये आती है । हमने नीशेप क्‍लीनिक व पार्लस में इस दबा से नाभी को गहरा करने की दबा सी-15 को नियमित खिलाने एंव लगाने के बारे में बतलाया उन्‍होने इसका प्रयोग किया एंव परिणाम काफी उत्‍साह जनक रहे । कुछ चिकित्‍सकों का कहना है कि सी-15 दबा नाभी पर कार्य करती है परन्‍तु यदि इसके साथ बी ई अर्थात ब्‍लू इलैक्‍ट्रीसिटी का प्रयोग किया जाये तो परिणाम जल्‍दी मिल सकते है उनका कहना है कि ब्‍लू इलैक्‍ट्रीसिटी से नेवल की आट्री एंव बेन सुकड जाती है त्‍वचा व उस जगह के मसल्‍स सुकडते है एंव सी-15 नाभी एंव नाभी के आस पास की त्‍वचा मसल्‍स पर कार्य करती है इससे इन दोनो दबाओं के प्रयोग से नाभी गहरी आकार में चौडी आकृषक हो सकती है इन दोनो दबाओं को मुंह से तीन बार खिलाये एंव नाभी पर इसे नियमित लगाना चाहिये ।
इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक चिकित्‍सक से अनुरोध है कि वे इस प्रयोग को अवश्‍य अजमाये ,जैसाकि सभी जानते है कि एक समय मस्‍सों के लिये होम्‍योपैथिक में थूजा दबा ने जन सामान्‍य को होम्‍योपैथिक से परिचित करा‍ दिया था । यदि यह प्रयोग कामयाब होता है तो इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक से जन सामान्‍य परिचित होगी  एंव महिलाये जो अपनी नाभी को आकृषक गहरा बनाना चाहती है वे आप के पास इसके उपचार के लिये आयेगी ।
                                                डॉ0 जीनत खान
                                             नीशेप एक्‍सपर्ट एंव एम0डी इलै0   





कैंसर हेतु इलैक्‍ट्रोहोम्‍योपैथिक औषधियॉ


रिपेटरी विभिन्‍न अंगों के कैंसर हेतु इलैक्‍ट्रोहोम्‍योपैथिक औषधियॉ  
क्र0
रोग का नाम
औषधियॉ
1
मुंह का कैंसर
S-1,C-1, L-1, Ven-1
2
ग्रास नलिका का कैंसर
S-1,C-1, A-2, Ven-1
3
पेट का कैंसर
S-1,C-15, A-3, L-1
4
लीवर का कैंसर
S-2,C-10, A-2, F-1
5
पेनक्रियास का कैंसर
S-1,C-1, L-1, F-1
6
इंटेस्‍टाईन का कैंसर
S-10,C-10, L-1, A-2
7
त्‍वचा का कैंसर
S-3,C-3, Ven-1, F-1
8
हडडी का कैंसर
A-1,C-4, Ven-1, C-3
9
किडनी का कैंसर
A-1,C-6, Ven-1, S-6,F-1
10
लॅग का कैंसर
P-2,P-4,S-1,C-5,F-1
11
यूरीनरी ब्‍लेडर का कैंसर
S-2,C-1,C-17,A-2,Ven-1
12
प्रोस्‍टेट का कैंसर
S-1,Ven-1,L-1,C-1
13
यूटरस का कैंसर
C-1,Ven-1,A-2,S-2
14
स्‍तन का कैंसर
C-1,S-3,C-5,L-1,A-2
15
ओवरी का कैंसर
C-1,S-2,,L-1,Ven-1
16
पेनिस का कैंसर
C-5,S-3,Ven-1,L1
17
गालब्‍लेडर का कैंसर
S-2,C-2,F-1,C-10,A-2



आवश्‍यक निर्देश


                    आवश्‍यक निर्देश
  नि:शुल्‍क कोर्स करने वाले सभी छात्रों को सूचित किया जाता है कि हमारे द्वारा चलाये जाने वाले नि:शुल्‍क कोर्स आप के ज्ञानवर्धन हेतु संचालित है । यदि आप किसी कौन्‍सिल या पंजियन बोर्ड से इन कोर्स की परिक्षा आदि देते है तो हमे किसी प्रकार की अपत्ति नही है , आप जिस संस्‍थान से चाहे इसका पंजियन या परिक्षा आदि दे सकते है । हमारे कोर्स को स्‍थानीय समन्‍वयकों द्वारा स्‍थानीय भाषाओं में ट्रान्‍सलेट किया है एंव कुछ लेखकों छात्रों द्वारा इन्‍हे पाठयक्रम के हिसाब से तैयार किया है ।
  नि:शुल्‍क कोर्स दो चरणों में पूरे किये जाते है पहले चरण में पाठय सामग्रीयॉ छात्र के मेल एड्रेस पर भेजी जाती है जो किस्‍तो में प्रत्‍येक भेजी गयी किस्‍तों की परिक्षा पास करने पर आगे की पाठय सामग्री भेजी जाती है । इस प्रकार से कोर्स की अवधि लगभग एक वर्ष है । द्वितिय चरण में प्रेक्‍टीकल प्रशिक्षण दिया जाता है । इस  प्रेक्टिक प्रशिक्षण में वही छात्र प्रशिक्षण हेतु योग्‍य होते है जिन्‍होने सौद्धान्तिक विषयों की वार्षिक परिक्षा उत्‍तीर्ण की हो , जिस नगर मे 25 छात्र होते है वहॉ पर यह नि:शुल्‍क प्रशिक्षण कैम्‍प आयोजित किया जाता है । जहॉ कही 25 से कम छात्र होते है वहॉ के छात्रों को आस पास के नगर में प्रेक्टिकल प्रशिक्षण हेतु आमंत्रित किया जाता है ।
 नि:शुल्‍क कोर्स हेतु छात्र को यह प्रयास करना चाहिये कि वह अपने नगर में इस कोर्स हेतु कम से कम 25 छात्रों को इसमें प्रवेश दिलाने हेतु प्रोत्‍साहित करे ताकि उस नगर में प्रेक्टिकल प्रशिक्षण की व्‍यवस्‍था की जा सके । इस प्रकार समूह बनाने से एक लाभ यह भी होता है कभी कभी कुछ छात्रों को हमारे द्वारा भेजे गये मेल नही मिलते यदि वे आप में एक दूसरे के सम्‍पर्क में होगे तो यह समस्‍या नही होगी साथ ही समूह में रहने से एक तो नि:शुल्‍क प्रशिक्षण का लाभ अपने ही नगर में उठाया जा सकता है दुसरा इसके कई विषय ऐसे है जिनका प्रेक्टिकल छात्र स्‍वय एक दूसरे पर कर सकते है ।
   नि:शुल्‍क कोर्स के प्रेक्‍टिकल के कुछ वीडियों अपलोड है उसका भी लाभ उठाया जा सकता है इससे आपको प्रेक्टिकल ज्ञान हो जायेगा ।
   संस्‍था की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि प्रत्‍येक छात्र को कम से कम तीन छात्रों को इस नि:शुल्‍क कोर्स में प्रवेश दिलाने पर ही उन्‍हे इस नि:शुल्‍क कोर्स में प्रवेश दिया जायेगा । इसका प्रमुख कारण यह है कि कई नगरों में मात्र एक दो छात्र प्रवेश लेकर अध्‍ययन तो कर लेते है परन्‍तु उनकी सख्‍या 25 छात्रों से कम होने पर वे प्रेक्टिकल प्रशिक्षण से अनभिज्ञ रह जाते है इससे हमारे द्वारा संचालित कोर्स का टारगेट पूरा नही होता एंव छात्र की महनत भी बेकार चली जाती है ।

ब्‍यूटी क्‍लीनिक सेलेबरस


                       ब्‍यूटी क्‍लीनिक सेलेबरस
1-ब्‍यूटी क्‍लीनिक क्‍या है , ब्‍युटी पार्लर एंव ब्‍यूटी क्‍लीनिक में अंतर ?
2-बी गम थैरापी ,शरीर से अनावश्‍यक बालों को निकालना ,वेक्‍स ,हेयर रिमूबर   ,थ्रेडिंग,इलैक्‍ट्रोलाईसिस
 नैनसी डेकोरियस विधि से बालों को निकालना , त्‍वचा से अनावश्‍यक बालों को बिना र्दद के निकालने की विधि , त्‍वचा को शून्‍य कर शरीर से अनावश्‍यक बालों को निकालना ,बालों की ग्रोथ कम करने की विधि ,बी गम से गर्भणी रेखाओं (स्‍ट्रेचमार्क ) के निशानों को मिटाना ,वी गम मिसाज थैरापी ।
3-कपिंग उपचार या वेक्‍युम थैरापी ,परम्‍परागत कपिंग,आधुनिक कपिंग ,साधारण कपिंग ,डबल कपिंग यंत्र , नेवल शेपर कपिंग यंत्र , विभिन्‍न अंगों हेतु प्रयोग किये जाने वाले कपिंग यंत्र ,अविकसित अंगों को विकसित करने की विधि ।
4-नाभी स्‍पंदन व परिक्षण से रोग निदान एंव सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं का उपचार ,नेवल कपिंग से सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं का निदान ,नाभी धारीयों एंव नाभी के आकार प्रकार से रोग व सौन्‍र्द्धर्य समस्‍याओं को कैसे पहचाना जाता है तथा इससे किस प्रकार इन समस्‍याओं का उपचार किया जाता है ।   
5- ब्‍युटी प्रेशर क्‍लीनिक
6- ब्‍युटी होम्‍योपंचर उपचार, ब्‍युटी होम्‍योपंचार में प्रयुक्‍त होने वाली निडिल का वर्णन  
7-पंचरिग पाईट का निर्धारण
8-लैर्न्‍ड मार्क विधि क्‍या है इसका विस्‍तृत अध्‍ययन , प्रयौगिक अध्‍ययन ,पंचरिग पाईट निधारण की एनाटामिकल विधि
9-एन और यू का निर्धारण एंव इसका महत्‍व क्‍या है । इसका उपयोग एक्‍युपंचर एंव होम्‍योपंचर उपचार में कैसे किया जाता है  
10-स्‍टोमक (एब्‍डोमिन ) को चार समान भागों में विभाजित करना एंव इस पर चार वृत बनाना तथा इन वृत को आठ एंव सोलह भागों में विभाजित करना उक्‍त प्रयौगिक अध्‍ययन अलग अलग मरीजों पर करते हुऐ इसके फोटोग्राफ तैयार करे ।
11-बारह मैरीडियान का वर्णन ,मरीज पर बारह मेरिडियान बनाने का प्रयोगात्‍मक अध्‍ययन  
12- पंचरिग बिन्‍दुओं का निर्धारण किस प्रकार किया जाता है ।
13-एब्‍डोमिन या पेट पर पाये जाने वाले शरीर के प्रतिनिधि क्षेत्रों का निर्धारण
14- पंचरिंग करने की विधि ,एक्‍युपंचर विधि ,होम्‍योपंचर विधि
15- नेवल एक्‍युपंचर क्‍या है ,नेवल एक्‍युपंचर से सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं का निदान , नेवल एक्‍युपंचर में प्रयुक्‍त होने वाली निडिल का परिचय
16-ब्‍युटी पंचर में प्रयुक्‍त होने वाले दबाओं का वर्णन
17-मोक्‍सा उपचार, मोक्‍सा उपचार में प्रयोग यंत्र व सामग्रीयों का अध्‍ययन  
18-बाडी आर्ट या टैटू आर्ट क्‍या है आधुनिक जीवन शैली में इसका महत्‍व टैटू में प्रयोग किये जाने वाले यंत्रों का वर्णन ,इंक ,कलर इंक ,
19-ओबेसिटी या (मोटापा), शरीर के अनावश्‍यक मोटापे को कम करने की विधियों का वर्णन कीजिये ।  
20- नी शेप क्‍लीनिक , आधुनिक फैशन में नीशेप क्‍लीनिक का क्‍या महत्‍व है , नीशेप से नेवल को किस प्रकार से आकार दिया जाता है । नेवल कार्क ,नेवल स्प्रिग तथा नेवल पटटीका का वर्णन एंव इसका प्रयौगिक अध्‍ययन
21- आधुनिक फैशन
22-साडी, हिन्‍दुस्‍थान में पहने जाने वाली विभिन्‍न किस्‍म की साडी के पहनाने का वर्णन एंव इसका प्रयौगिक अध्‍ययन कीजिये ।  
23-पिर्यसिंग क्‍या है ,पिर्यसिंग आर्ट , नोज,इयर ,नेवल ,एब्‍डोमिन,लिपस, पिर्यसिग
24-ची नी शॉग उपचार ,ची नी शॉग उपचार से सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं का निदान ,चीनी शॉग स्‍ट्रोक उपचार , ब्‍यूटी होम्‍योपंचर, ची नी शॉग से पेट के अनावश्‍यक मोटापा को कम करना , ची नी शॉग से बॉडी की सर्विसिंग , ची नी शॉग से रोगों की पहचान किस प्रकार से की जाती है
25- मेगनेट थैरापी , एक्‍युप्रेशर थैरापी ,सुजाक थैरापी ,प्राकृतिक उपचार विधियों से सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं का निदान
26-ब्‍युटी क्‍लीनिक में स्‍वारोजगार की संभावना क्‍या है । इसके नि:शुल्‍क व पत्राचार के अध्‍ययन
  पर प्रकाश डालते हुऐ इसके महत्‍व को बतलाये । ई मेल सेवा ,व अल्‍पावधि प्रेक्टिकल प्रशिक्षण या इसके अलग अलग ब्रॉच का अध्‍ययन अपनी सुविधानुसार घर बैठे अध्‍ययन करने से इस व्‍यवसाय पर क्‍या प्रभाव पडेगा । ब्‍युटी क्‍लीनिक का नेटवर्क बिना किसी प्रचार प्रसार या विज्ञापन के कैसे हो जाता है इसका अध्‍ययन व अभिमत
27- विषयों के अनुरूप समस्‍त सैद्धान्‍तिक (थैवरिकल) अध्‍ययन के पश्‍चात इसका प्रयौगिक (प्रेक्टिकल) अध्‍ययन आवश्‍यक है परन्‍तु इसके कुछ विषय ऐसे है जिनका अध्‍ययन कर इसका प्रेक्टिकल किया जा सकता है । एक्‍युपंचर या शरीर में सूई चुभाने का प्रयौगिक ज्ञान आप अपने आस पास के एक्‍युपंचर चिकित्‍सक से प्राप्‍त कर सकते है या जिन नगरों में बीस से पच्‍चीस छात्र होगे वहॉ पर नि:शुल्‍क तीन दिवसी प्रशिक्षण की व्‍यवस्‍था की जा सकती है परन्‍तु जहॉ पर छात्रों की सॉख्‍या इससे कम होगी उन्‍हे जहॉ कही भी नि:शुल्‍क प्रशिक्षण शिविर लगाया जायेगा वहॉ पर उन्‍हे आना होगा । हमारे समन्‍वयक प्राय: सभी नगरों में है आप उनसे भी प्रेक्टिकल प्रशिक्षण प्राप्‍त कर उनसे इसका प्रमाण पत्र लेकर हमारे यहॉ भेज सकते है ताकि आप को थैवरी एक्‍जाम में बैठाला जा सके । अन्‍यथा प्रेक्टिकल प्रशिक्षण के बाद ही आप फाईनल एक्‍जाम में बैठ सकेगे ।  



ब्‍युटी पार्लर को ब्‍युटी क्‍लीनिक में क्‍यों बदले ?


              ब्‍युटी पार्लर को ब्‍युटी क्‍लीनिक में क्‍यों बदले ?
         ब्‍यूटी क्‍लीनिक मे स्‍वारोजगार की अपार संभावनाये
     
    ब्‍युटी पार्लर को ब्‍युटी क्‍लीनिक में क्‍यों बदले ? चूंकि आज के व्‍यवसायीक प्रतिस्‍पृद्धा की वजह से स्‍थानीय ब्‍युटी पार्लर घाटे का सौदा बन कर रह गयी है । इसका प्रमुख कारण है स्‍थानीय ब्‍युटी पार्लर से प्रशिक्षण लेकर ही महिलाये अपना ब्‍युटी पार्लर खोलती है उनके पास अत्‍याधुनिक ब्‍युटी पार्लस की तकनीकी का ज्ञान नही होता न ही वे अपने ग्राहकों को अत्‍याधुनिक ब्‍युटी पार्लस की सुविधाये उपलब्‍ध नही करा पाती । चिकित्‍सा से सम्‍बन्धित कई समस्‍याओं का निदान भी उनके पास नही होता । स्‍थानीय ब्‍युटी पार्लस में केवल फेसियल ,श्रृगार, आईब्रों , बालों का काटना ,बेक्‍स जैसा कार्य किया जाता है जो उनके आस पास खुले सभी ब्‍युटी पार्लस में उपलब्‍ध होता है इससे काम्‍प्‍टीशन बढता है एंव आमदनी भी कम होती है । ब्‍युटी क्‍लीनिक में ग्राहकों की कई सुविधायें उपलब्‍ध होती है । जैसे टैटू आर्ट , बी गम से बालों को बिना किसी र्दद के निकालना , पिर्यसिंग जिसमें नाक कान की तरह से शारीर के आकृषक अंगों को बिना र्दद के छेदना , मस्‍से मुंहासे एंव ब्‍लैक हैड का उपचार ,शरीर के कई आकृषक अंगों को उम्र के हिसाब से कपिंग विधि से उभारना , स्‍ट्रेचमाकै का उपचार , त्‍वचा को गोरी स्निगंध बनाना , नीशेप क्‍लीनिक में पेट को स्‍लीम आकृषक बनाने के साथ नाभी को गहरा  आकृषक बनाना, मेगनेट थैरापि , प्राकृतिक चिकित्‍सा , के साथ नाभी स्‍पंदन से सौन्‍र्द्धय समस्‍याओं का निदान , ची नी शॉग उपचार से सौर्न्‍दृय समस्‍याओं का उपचार आदि ।
ब्‍युटी क्‍लीनिक की कई ब्रॉच है ब्‍युटी पार्लर संचालक इसे अपनी सुविधानुसार घर बैठे इसे आसानी से किस्‍तों में एक एक ब्रॉच की जानकारीयॉ  सीख सकती है , इसकी समस्‍त जानकारीयॉ मेल से किस्‍तों में भेजी जाती है । आप अपनी सुविधानुसार एक एक बॉच में प्रवेश लेते जाये एंव जो भी मेंल आप को मिलते जाये उसका अध्‍ययन करते जाये । एक ब्रॉच का अध्‍ययन करने के बाद दूसरे ब्रॉच में प्रवेश ले एंव उसका अध्‍ययन करते जाते इस प्रकार थेवरी का नालेज आप को होता जायेगा प्रेक्टिकल ज्ञान हेतु इस प्रकार की व्‍यवस्‍था है जिसमें आप को आप के नगर में 20 छात्र होने पर यह प्रेक्टिकल बिलकुल नि:शुल्‍क उपलब्‍ध कराया जायेगा । यदि 20 से कम छात्र होगे तो आप को आप के आस पास के जिस नगर में यह नि:शुल्‍क प्रशिक्षण चलेगा उसमें आप को शामिल होना पडेगा । यहॉ पर एक बात का आप को ख्‍याल रखना आवश्‍य है प्रत्‍येक भेजे गये पाठय सामग्रीयों का एक्‍जाम मेल पर होगा एंव उत्‍तर आप को मेल से ही देना है उसमें पास होने पर ही आप को आगे का कोर्स भेजा जायेगा साथ ही आप को जो मेल भेजा जाता है उसकी सूचना तत्‍काल देना होगी तभी आगे का कोर्स भेजा जायेगा । चूंकि कई छात्र इस कोर्स में प्रवेश तो ले लेते है परन्‍तु उनका इस विषय में रूचि नही होती इस लिये यह व्‍यवस्‍था की गई है कि मेल के प्राप्‍त होने की सूचना प्रत्‍येक छात्र को देना होगी साथ ही भेजे गये विषयों में पास होना होगा । स्‍थानीय ब्‍लागर साईड पर कुछ लोगों द्वारा हमारे पाठयक्रम कों प्रकाशित किया है परन्‍तु आप को सूचित किया जाता है यह मात्र आप की सुविधा हेतु है इस पर आप निर्भर न रहे एंव मेल से ही अपने कोर्स को प्राप्‍त करते जाये । ब्‍लागर साईड की हम निन्‍दा नही करते इसकी हम भूरी भूरी प्रसंन्‍शा करते है । आप भी अपना ब्‍लाग बनाईये तथा दुसरों के ब्‍लाग पर जाते है तो उस पर कमेन्‍ट कीजिये, लाईक कीजिये,एंव उनके फ्रेन्‍ड बनिये यह अच्‍छी बात है इससे इस कोर्स के ज्ञान का आदान प्रदान होगा । आप अपनी समस्‍याओं को एक दुसरे से शेयर भी कर सकते है । हमारा दॉवा है यदि आप ब्‍युटी क्‍लीनिक को कोर्स कर लेते है तो अपने शहर में आप ही एक मात्र इस विषय के जानकार होगे । इसका फायदा आप को मिलेगा चूंकि आप अपने ग्राहको को ऐसी सुविधाये उपलब्‍ध करायेगे, जो आप के नगर के स्‍थानीय ब्‍युटी पार्लस उपलब्‍ध नही करा सकते इससे आप का प्रचार प्रसार बिना किसी विज्ञापन एंव खर्च के अपने आप होने लगेगा अर्थात आप का नेटवर्क अपने आप बनने लगेगा । इससे ग्राहकों की संख्‍या बढेगी एंव आप की आमदनी भी बढने लगेंगी । ब्‍यूटी क्‍लीनिक में किये जाने वाले कार्यो का पारिश्रमिक या शुल्‍क भी मुंह मॉगा मिलता है । साथ ही ब्‍युटी क्‍लीनिक की सेवाये अधिकतर साधन सम्‍पन्‍न परिवारो द्वारा कराई जाती है ।
ब्‍यूटी पार्लर एंव ब्‍यूटी क्‍लीनिक का नि:शुल्‍क कोर्स हमारी समाजसेवीय संस्‍था द्वारा संचालित है । जरूरतमंद एंव ऐसी महिलाये जो इस कोर्स को अपने स्‍वारोजगार का साधन बनाना चाहते हो वे इन साईड पर एंव ईमेल एड्रेस पर सम्‍पर्क कर घर बैठे इस कोर्स को कर सकते है ।
https://battely2.blogspot.com
http://beautyclinict.blogspot.in/
xxjeent.blogspot.com
neeshep.blogspot.com 
          

शुक्रवार, 20 अप्रैल 2018

नाभी सौन्‍द्धर्य पर चर्चा


                नाभी सौन्‍द्धर्य पर चर्चा
 सदियों से महिलाओं की गहरी नाभी आकृषण का केन्‍द्र रही है , वैसे तो महिलाओं की नाभी अकसर गहरी
एंव सुन्‍दर होती है , परन्‍तु कुछ महिलाओं की नाभी गहरी आकृषक न होकर उपर की तरफ डण्‍टल की तरह से निकली हुई होती है , जो स्त्री के सम्‍पूर्ण सौन्‍द्धर्य को खत्‍म कर देती है इस प्रकार की नाभी से पेट का आकृषण तो कम हो ही जाता है बल्‍की एक कोमलांगनी स्‍त्रीय के प्रति कोमल भाव भी नष्‍ट हो जाता है । इसी प्रकार से कुछ महिलाओं की नाभी कम गहरी होने के साथ उसमें नाभी धारीयॉ स्‍पष्‍ट रूप से दिखलाई देती है इससे भी नाभी प्रदेश का आकृषण कम हो जाता है । कम गहरी नाभी एंव नाभी पर दिखने वाली धारीयों को नेवल स्प्रिंग से आसानी से छिपाया जा सकता है , जैसे कि पहले नीशेप क्‍लीनिक में इसके बारे में बतलाया गया है । नेवल स्प्रिंग नाभी के आकार की गोल स्‍टीललैस स्‍टील की एक स्प्रिंग होती है जो नाभी के अन्‍दर डाल कर छोड दी जाती है इससे दबाब के कम होते ही स्प्रिंग अपने मूल रूप में आ जाती है एंव इसके दबाब से नाभी धारीयॉ छिप जाती है एंव नाभी पहले की अपेक्षा गोल गहरी सुन्‍दर दिखने लगती है इसका प्रयोग आज कल युवा स्‍त्रीयों में पार्टी या फंगशन आदि में नाभी र्दशना वस्‍त्र पहनते समय किया जा रहा है । नाभी स्प्रिंग को कभी भी लगाया एंव निकाला जा सकता है ।
 दुसरी विधि है नेवेल कार्क से कम गहरी नाभी को गहरा गोल आकृषक बनाना इसमें नाभी की साईज का एक कार्क होता है उसे नाभी पर कुछ दिनों तक लगाने से नाभी कार्क के आकार की गहरी गोल हो जाती है इसका प्रयोंग भी महिलाये आसानी से कर अपनी नाभी को गहरा आकृषक बना सकती है ।
नाभी को गहरा करने में नीशेप क्‍लीनिक या नेवल एक्‍युपंचर , तथा अन्‍य चिकित्‍सा पद्धतियों की मदत ली जा सकती है ।

इलैक्‍ट्रोहोम्‍योपैथिक में सी-15 एंव जी ई दवा के नियमित प्रयोग से भी नाभी कुछ दिनों में गहरी आकृषक सुन्‍दर हो जाती है । नेवेल एक्‍युपंचर चिकित्‍सा में नेवल डस्‍ट की शक्तिकृत मात्रा को नाभी के मध्‍य पाईट पर पंचरिग करने से नाभी गहरी होने लगती है ।
नाभी को गहरा आकृषक बनाने के विषय में आप इन साईडों पर वीडियों व लेख आदि देख सकते है ।एंव घर बैठे इस विषय को सीख सकते है यदि आप ब्‍यूटी पार्लर चला रही है तो अपने पार्लर में नी शेप क्‍लीनिक चालू कर अपनी आय को बढा सकती है । आज नी शेप क्‍लीनिक या पार्लर का व्‍यवसाय एक लाभ का व्‍यवसाय बनता जा रहा है । साथ ही गृहणीया अपने बचे हुऐ समय का सदउपयोग कर अपने घर में ही इस नीशेप पार्लर को प्रारम्‍भ कर सकती है ।   
 xxjeent.blogspot.com
 neeshep.blogspot.com 
nabhi-22.blogspot.
xxjeent.blogspot.com
Nindhishriwash .blogspot.com
                  
  
हमारे नि:शुल्‍क ब्‍यूटी क्‍लीनिक प्रशिक्षण में कुछ महिलायें आई थी उनके द्वारा कुछ प्रश्‍न हमारे मेल एडेस पर किये गये जिनकी संकाओं का समाधान किया जा रहा है । आप के भी कुछ प्रश्‍न हो तो आप ऊपर बतलाई साईडों के कमेन्‍ट कालम में अपनी समस्‍याये लिख सकती है आप की हर समस्‍याओं का हमारे एक्‍सपर्ट द्वारा जबाब दिया जायेगा ।
1-रागनी वर्मा सर मेरी उम्र लगभग 24 वर्ष है मेरी समस्‍या यह है कि मेरी नाभी कम गहरी है एंव सकरी तथा पूर्ण रूप से गोलाकार नही है , मेरे पति को गहरी नाभी पसंद है ,इसके लिये मुक्षे क्‍या करना होगा । क्‍या बिना सर्जरी के मेरी नाभी गहरी गोल एंव आकार में कुछ बडी साईज की हो सकती है । मैने कई पत्र पत्रिकाओं में पढा है कि नेवल स्प्रिंग से या कुछ दबाओं से नाभी गहरी हो सकती है ।

उत्‍तर आप ने ठीक पढा है नेवल स्प्रिंग व नेवल कार्क से नाभी को गहरा आकृषक बनाया जा सकता है आप हमारे ऊपर बतलाई साईडों पर नेवल कार्क व स्प्रिंग के ऊपयोग के बारे में जानकारीयॉ हासिल कर इसका प्रयोग स्‍ंवयम घर पर आसानी से कर सकते है । दवाओं में इलै0होम्‍यो0 की दबा व नेवल एक्‍युपंचर के बारे में हम पहल ही लिख आये है । सकरी कम गहरी नाभी के विषय में उपर की साईड में सारी जानकारीयॉ दी गयी है ।
प्रमिला ठक्‍कर सर मेरी उम्र लगभग 25 वर्ष के आस पास है मै एक कलाकार बनना चाहती हूं मै पिछले दिनों एक रियलटी शो में ओडीशन देने गयी थी परन्‍तु जैसे ही उन्‍होने मुक्ष नाभी से नीचे कपडे पहनाया तो मेरी सकरी नाभी की वहज से उन्‍होने मुक्षे निकाल दिया मै बहुत निराश हुई मैने अपनी नाभी को गहरा सुन्‍दर बनवान प्‍लास्टिक सर्जन से चर्चा की तो वह बहुत महगा उपचार बतला रहे है क्‍या नेवेल स्प्रिग व नेवल कार्क या आप की दबाओं से मेरी नाभी स्‍थाई रूप से गहरी आकृषक हो सकती है ।

उत्‍तर आप को मात्र नाभी की वजह से निकाल दिया गया यह जानकर दु:ख हुआ परन्‍तु वास्‍तव में जिस लाईन मे आप गयी है वहॉ सौन्‍द्धर्य ही सब कुछ है । फिर महिलाओं में गहरी गोल नाभी ही आकृषण का केन्‍द्र होती है । आप ने पूछा है कि नेवल स्प्रिंग व नेवल कार्क या हमारी दवाओं से नाभी को स्‍थाई रूप से गहरा गोल सुन्‍दर बनाया जा सकता है तो इसका जबाब है हॉ क्‍यो नही । नेवल स्प्रिग या नेवल कार्क का नाभी पर लम्‍बे समय तक लगे रहने से नाभी स्‍थाई रूप से गहरी एंव गोल आकृषक हो जाती है । इस उपचार से आज लाखों युवा महिलाये लाभान्‍वित हो रही है आप किसी नीशेप पार्लर या नीशेप क्‍लीनिक पर सम्‍पर्क कर इसका लाभ उठा सकती है ।


सविता सेन सर मै एक शादीसुधा महिला हूं मेरी उम्र 45 वर्ष है परन्‍तु मेरी नाभी सकरी कम गहरी है मै इसकी वजह से अन्‍य युवा महिलाओं की तरह नाभी र्दशना वस्‍त्र नही पहन पाती इससे मुक्षे बडी शमिन्‍दगी होती है दुसरा नाभी से ऊपर साडी पहनने से मेरा पेट और बडा दिखता है । अत: मुक्षे कुछ उपाय बतलाये ।
त्‍तर :- आप से सही प्रश्‍न किया वास्‍तव में नाभी के आस पास का क्षेत्र पहले से ही कुछ मोटा होता है फिर साडी के खोसने से और बडा हो जाता है । इससे स्‍त्रीयों का फिगर पूरी तरह से खराब हो जाता है नाभी से नीचे बस्‍त्र पहनने से ही पेट व कमर पूरी तरह पतले आकृषक दिखते है । परन्‍तु यदि नाभी सकरी कम गहरी या डण्‍टल की तरह से निकली हुई हो तो यह बात सही है कि नाभी से नीचे वस्‍त्र नही पहने जा सकते आप हमारे बतलाई साईड पर जानकारीयॉ प्राप्‍त कर नेवल स्प्रिंग या नेवल कार्क का प्रयोग स्‍वयं घर पर करे एंव हमे इसके प्रयोग व परिणामों से अवगत अवश्‍य कराये ताकि दूसरे आप जैसी महिलाओं को हम आप के लाभ से अवगत करा सके । हमे उम्‍मीद है आप हमारे उत्‍तर से सन्‍तुष्‍ट होगी ! 
नाभी जितनी गहरी होती है उतनी आकृषित दिखती है ऊपर कुछ फोटो डाले है आप उन्‍हे देखिये उसमें नेवल स्प्रिग एंव नेवल कार्क की फोटो है तथा कम गहरी सकरी नाभी की फोटो भी है । 
                                        डॉ0 जीनत खान नीशेप एक्‍सपर्ट

                                         जबलपुर मध्‍यप्रदेश 

निलीमा जैन:- सर मै इलाहाबाद से हूं मेरी उम्र 22 वर्ष है , मै यह जानना चाहती हूं कि नेवल स्प्रिग एंव नेवल कार्क कहॉ मिलते है एंव इनका उपयोग क्‍या घर पर किया जा सकता है ।
समाधान :- नीलम जी आप का प्रश्‍न उचित है बहुत से लोगो ने पूछना है कि नेवल स्प्रिग एंव नेवल कार्क कहॉ से मिले सकती है । तो मै आप को बतलाना चाहूंगा कि नेवल कार्क एंव नेवल स्प्रिंग अभी केवल महॉनगरों में नीशेप क्‍लीनिक में ही मिल सकते है । यदि आप को नेवल स्प्रिग व नेवल कार्क उपलब्‍ध नही हो रहा है तो आप इसे घर पर आसानी से बना सकते है एंव इसका उपयोग भी आप घर पर स्‍वय एंव अपनी अन्‍य साथीयों पर कर सकती है । चूंकि यहॉ पर मै आप को एक बात बतला देना उचित समक्षता हूं वह यह कि नाभी को आकृषक गहरा गोल बनाने का कार्य जानने वालों की संख्‍या मात्र इतनी है कि उन्‍हे आसानी से अंगुलियों पर गिना जा सकता है , नाभी को गहरा आकृषक बनाने के व्‍यवसाय में अपार संभावनाओं के साथ इसमें आय भी बहुत है ।  नेवल कार्क एंव नेवल स्प्रिंग के बनाने की विधि हमारी साईड पर उपलब्‍ध है वहॉ से इसके बनाने की जानकारी आप प्राप्‍त कर सकते है
नीशेप क्‍लीनिक में इसका कार्य , आसानी से किया जाता है

शनिवार, 14 अप्रैल 2018

अनेक बीमारियों को भी बताती है नाभि


   अनेक बीमारियों को भी बताती है नाभि

नाभिके बिना मनुष्य की कल्पना तक नहीं की जा सकती। उदर (पेट) पर स्थित नाभि बहुत ही रहस्यमयी है। माता के गर्भ में नवजात बाल का सबसे पहले नाभि केन्द्र ही विकसित होता है। गर्भ के बाहर आते ही सर्वप्रथम माता के शरीर से शिशु को जोड़ने वाली उस नली का संबंध विच्छेद करना होता है जो शिशु की नाभि से जुड़ी होती है। अगर किसी कारणवश जन्म लेते ही नाभि को माता से जोड़ने वाली नली को शीघ्र ही काटा जाए तो बालक विकालंग भी हो सकता है। नाभि का अपने स्थान पर रहना स्वस्थ्य का प्रतीक होता है किन्तु आजकल की जीवन पध्दति के कारण अधिकांश व्यक्तियों का नाभिकेन्द्र अपने स्थान पर प्रायः नहीं होता। लम्बे समय तक ऐसी स्थिति रहने पर जी मिचलाने लगता है, भोजन से अरूचि हो जाती है, पेट में मरोड़ तथा वायु की शिकायत हो जाती है। कई बार कब्ज एवं दस्त की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है। नाभि के अपने केन्द्र से हट जाने पर हृदय में जलन, खांसी, अनिद्रा, तनाव, महिलाओं में मासिक असंतुलन, शरीर के निचले भाग में पीड़ा, आंतों में समस्या के साथ ही लिवर, पित्ताशय तथा दाहिनी किडनी भी प्रभावित होती है। इससे शरीर के ऊपरी बायें भाग पर दर्द एवं तनाव की अनुभूति भी हो सकती है। इसके कारण पैन्क्रियाज, जठर, प्लीहा, तक रोगग्रस्त हो सकते हैं। लम्बर क्षेत्र के विकेन्द्रकरण के कारण दाहिने पैर में दर्द हो सकता है। शरीर का दाहिना भाग प्रभावित होता है तथा किडनी तथा आंतों में खिंचाव, कड़ापन तथा दर्द की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। नाभि के केन्द्र से हट जाने के कारण असहजता, मानसिक समस्याएं, बुरे स्वप्न एवं मूत्राशय संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। स्वस्थ नाभि का आकार गोलाकार, मांसपेशियां सुडौल तथा केन्द्र में स्पन्दन करने वाला होता है किन्तु नाभि अगर केन्द्र में स्थित न हो, त्वचा में लचीलेपन की बजाय कठोरता हो, नाभि सक्रिय एवं सजग न हो, नाभि एक तरफ खिंची हुई, उभरी हुई अथवा दबी हुई हो या उसका आकार स्थायी रूप से बदल गया हो तो यह उस व्यक्ति में लम्बे समय से किसी न किसी रोग की तरफ इंगित करता है किन्तु जब परिस्थितियां अनियंत्रित हो जाता हैं, तब रोग के लक्षण बाहर दिखायी देने लगते हैं। नाभि को प्राण ऊर्जा का केन्द्र बिन्दु माना जाता है, क्योंकि यहां से प्राण
ऊर्जा का वितरण, नियंत्रण एवं संतुलन होता है। इसी कारण जब नाभि अपने स्थान से खिसक जाता है, तो सभी अंगों को मिलने वाली प्राण ऊर्जा का संतुलन बिगड़ने लगता है। किसी को आवश्यकता से अधिक तो किसी को आवश्यकता से बहुत कम ऊर्जा मिलने लगती है। फलस्वरूप उन अंगों की कार्यप्रणाली असंतुलित हो जाती है और अलग-अलग लक्षण प्रकट होकर रोग के नामों से पुकारा जाने लगता है। इस असंतुलन को ठीक करते ही रोग नष्ट हो जाते हैं। नाभि का खिंचाव अनेक प्रकार से हो सकता है। नाभि बांयी तरफ खिंचकर जा सकती है। इसी प्रकार नाभि का खिचांव दाहिनी ओर, ऊपर की ओर, नीते की ओर, बाएं पुठ्ठे की तरफ, दाहिने पुठ्ठे की तरफ, आवरीज की तरफ, लिवर की तरफ तथा पैन्क्रियाज या तिल्ली की तरफ हो जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार कैंसर हो या मधुमेह, अस्थमा हो या हृदयाघात, गुर्दे की शिकायत हो या अचेतन की अवस्था, सभी में नाभि के केन्द्र को परखने के बाद ही उपचार करना चाहिए। नाभि के केन्द्र में स्थिर न रहने के कारण ही ये असाध्य रोग भी पनपते हैं। नाभि को केन्द्र में लाने की अनेक विधियां अपने देश में प्रचलित हैं। वे सभी विधियां इतनी सरल हैं कि इसे अपने घर पर ही किया जा सकता है। नाभि का
अपने केन्द्र में स्पन्दन करना स्वस्थ नाभि का प्रतीक है। अगर केन्द्र का स्पन्दन नाभि स्थल पर न हो, ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं हो तो इस नाभि का खिसकना या पेचुटि कहा जाता है। नाभि को केन्द्र में लाने की विधि किसी अच्छे जानकार से सीख लेना हितकारी रहता gS A ukHkh ls mipkj dbZ fpfdRlk i)fr;ksa esa fdlh u fdlh :i esa izpfyr jgh gS A pkbZuht fpfdRlk esa phuh”kkWx uke ls ,ao gekjs vk;qosZn fpfdRlk esa ukHkh Lianu ls jksx funku rFkk ,D;qiapj fpfdRlk i)fr esa usosy ,D;qiapj uke ls lfn;ksa ls lQyrkiwoZd mi;ksx dh tk jgh gS A
                                                                                              MkW0t; izdk”k HkVsys
                                                                              battely2@gmail.com