गुरुवार, 12 सितंबर 2019

पेट का अनावश्‍यक मोटापा


                     पेट का अनावश्‍यक मोटापा
    
  जापान ,चीन एंव अन्‍य पश्चिमी देशों में प्राकृतिक चिकित्‍सकों द्वारा पेट के अनावश्‍यक मोटापे को कम करने के लिये कई विधियॉ अपनाई जाती है । उनमें से प्रमुख है पेट पर आडी रेखा में नाभी के बीचों बीच से होते हुऐ एक नाडे या इलैस्टिक को बॉधना प्रमुख है । यह विधि चीन , जापान व अन्‍य पश्चिमी राष्‍ट्रों में काफी प्रचलित है । कई मिसाज उपचारकर्ताओं द्वारा पेट के मिसाज विधि से भी पेट के मोटापे को कम किया जाता है । सेल्‍युलाइट वसा कोशिकाओं की परते होती है , ये त्‍वचा के नीचे पाये जाने वाले उन ऊतकों में पायी जाती है ,जो अन्‍य ऊतकों व अंगों को सहारा देती है और जोडती है । यह वसा अधिकतर महिलाओं के जांधो व नितम्‍बों पर जमा होती है । ऐसे पुरूष तथा महिलाये जो सामान्‍यत: अरामतलब जिन्‍दगी बसर करती है उनके पेट पर अनावश्‍यक चर्बी के जमने के कारण पेट पर अनावश्‍यक मोटापा देखा जाता है । पेट के मोटापा को बिना किसी दबा दारू के कम करने की यह विधि काफी कारगर साबित हुई है । इस उपचार विधि का प्रयोग प्राकृतिक उपचारकर्ताओं द्वारा बडे ही विश्‍वास के साथ किया जा रहा है जिसके बडे ही आशानुरूप परिणाम भी मिले है । जन सामान्‍य स्‍वंय इस उपचार विधि का प्रयोग कर उचित परिणाम प्राप्‍त कर सकते है ।
विधि:- पेट के अनावश्‍य मोटापे को कम करने के लिये आप को एक नाडा या आज कल बाजारों में रबड या इलैस्टिक मिलती है उसे नाभी से पेट पर आडी रेखा में बॉधना है । इसके नाभी से पेट पर आडी रेखा में बॉधने का मूल उदेश्‍य यह है कि इसे इतना दबाब देते हुऐ बॉधे ताकि पेट पर किसी प्रकार की परेशानी न हो पेट पर पाये जाने वाले एस टी-25 बिन्‍दू इस दबाब की वजह से सक्रिय हो जाते है । एक्‍युपंचर चिकित्‍सक इस एसटी-25 पाईट पर एक्‍युपंचर की बारीक सूईयॉ चुभा कर उपचार करते है एक्‍युप्रेशर चिकित्‍सक इस पाईन्‍ट पर गहरा दबाब देकर पेट के अनावश्‍यक मोटापा को कम करते है । पेट व नाभी से आडी रेखा में नाडे के दबाब से पेट की अनावश्‍यक चर्बी धीरे धीरे कम होने लगती है इस नाडे को पेट पर लम्‍बे समय तक बॉधे रहना है इसे तीन माह से छै: माह तक बॉधने से उचित परिणाम मिलने लगते है । पेट की चर्बी कम हो जाती है एंव पेट स्‍लीम सुन्‍दर शरीर के अनुपात में आ जाता है आप भी इस सरल प्राकृतिक विधि को अपना कर अपने पेट के अनावश्‍यक मोटापे से निजात पा सकते है ।

नेवल एक्‍युपंचर लेख


नेवल एक्‍युपंचर


                     नेवल एक्‍युपंचर    
एक्‍युपंचर चिकित्‍सा चीन गणराज्‍य की उपचार विधि है, इस चिकित्‍सा पद्धति में सम्‍पूर्ण शरीर पर एक्‍युपंचर पाईन्‍ट पाये जाते है , इन निर्धारित बिन्‍दूओं का चयन रोगानुसार कर चिकित्‍सक इन पाईन्‍स पर बारीक सूईया चुभा कर उपचार करते है । सम्‍पूर्ण शरीर में हजारों की सख्‍ॅया में पाये जाने वाले एक्‍युपंचर पाईन्‍स के निर्धारण में चिकित्‍सकों का काफी कठनाईयॉ होती है । नेवल एक्‍युपंचर, एक्‍युपचर चिकित्‍सा की नई खोज है, इसके आविश्‍कार का  श्रेय कास्‍मेटिक सर्जन मास्‍टर आफ चॉग के मेडिसन के प्रोफेसर योंग क्‍यू को जाता है । यह चाईना के एक्‍युपंचर फिलासफी पर आधारित है, जो टी0सी0एम0 अर्थात ट्रेडीशनल चाईनीज मेडिसन कहलाती है । जैसा कि हम सभी इस बात को अच्‍छी तरह से जानते है कि एक्‍युपंचर चिकित्‍सा में शरीर पर हजारों की संख्‍या में एक्‍युपंचर पाईन्‍ट पाये जाते है एंव रोग स्थिति के अनुसार चिकित्‍सक इन पाईन्‍ट की खोज करता है फिर उस निश्चित पाईन्‍ट पर एक्‍युपंचर की बारीक सूईयों को चुभा कर उपचार किया जाता है । एक्‍युपंचर के हजारों पाईन्‍ट को खोजना फिर उक्‍त निर्धारित पाईन्‍ट पर रोग स्थिति के अनुसार दस पन्‍द्रह बारीक सूईयो को चुभोना एक जटिल प्रकिया है । डॉ योंग क्‍यू ने महसूस किया कि नेवल व उसके आस पास के क्षेत्रों पर सम्‍पूर्ण शरीर के एक्‍युपंचर पाईन्‍ट पाये जाते है , जिन्‍हे खोजना आसान है साथ ही किसी भी प्रकार के रोग उपचार हेतु कम से कम सूईयों को चूभाकर सफलतापूर्वक उपचार किया जा सकता है ,उन्‍होने पाया कि पेट पर काफी मात्रा में चर्बी या फेट होता है इससे वहॉ पर सूई को आसानी से चुभाया जा सकता कि उक्‍त फेट पर किसी प्रकार का खतरा नही होता एंव सूई चुभाने से र्दद बिल्‍कुल नही होता । उन्‍होने सन 2000 में अपने इस नये शोध को कई पत्र पऋिकाआं में प्रकाशित कराया साथ ही उन्‍होने इसका प्रशिक्षण कार्य प्रारंम्‍भ कर इसके परिणामों से चिकित्‍स जगत को परिचित कराया । एक्‍युपंचर  चिकित्‍सको को पूर्व की तरह से सम्‍पूर्ण शरीर में हजारों की संख्‍या में पाये जाने वाले एक्‍युपंचर पाईन्‍ट के साथ कम से कम सूईयों को चुभा कर उपचार करने में काफी सफलता मिली है । नेवेल एक्‍युपरचर नाभी व इसके चारो तरु के क्षेत्रों पर कम से कम सूईयो को चुभाकर उपचार किया जाता है । इस उपचार विधि का एक लाभ और भी था जो एक्‍युपंचर चिकित्‍सक वर्षो से महसूस करते आये है जैसा कि रोग स्थिति के अनुसार सम्‍पूर्ण शरीर में कही भी एक्‍युपंचर पाईन्‍ट पाये जाते है उपचार हेतु इन पाईन्‍ट पर सूईयॉ चुभाकर उपचार किया जाता है । कभी कभी कई ऐसे भी पाईन्‍ट होते है जिन पर सूईयों का लगाना काफी खतरनाक होता है ,जैसे गले के पास या ऑखों के चारों तरु या फिर सीने के पास खोपडी या कान के पिछले भागों में ,या ऐसे स्‍थानों पर जहॉ पर मसल्‍स कम या त्‍वचा तुलायम होती है , कई नाजुक स्‍थानो पर । नेवल एक्‍युपंचर  में जैसा कि पहले ही बतलाया जा चुका है कि इसमें केवल नाभी एंव नाभी के आस पास चारों तरफ पाये जाने वाले पाईन्‍ट पर सूईया चुभाकर उपचार किया जाता है । पेट पर नेवल (नाभी) के चारों तरफ प्रर्याप्‍त मात्रा में मसल्‍स होते है एंव इस क्षेत्र में खतरनाक हिस्‍से नही होते ,अत: इस भाग पर पंचरिंग करने से किसी भी प्रकार का खतरा नही होता  । जैसा कि एक्‍युपंचर चिकित्‍सा में सम्‍पूर्ण शरीर पर हजारों की संख्‍या में पाये जाने वाले एक्‍युपंचर पाईन्‍ट को खोजने में काफी दिक्‍कत होती है परन्‍तु नेवल एक्‍युपंचर में नाभी एंव उसके चारो तरफ सम्‍पूर्ण शरीर के पाईन्‍ट आसानी से प्राप्‍त हो जाते है ,एक्‍युपंचर उपचार में लम्‍बी बडी बारीक सूईयों का प्रयोग किया जाता है परन्‍तु नेवल एक्‍युपंचर में प्रयोग की जाने वाली सूईया बहुत बारीक होने के साथ उसकी लम्‍बारई आधे से एक इंच होती है ,एक्‍युपंचर उपचार में दस पन्‍द्रह सूईया या रोग स्थिति के अनुसार और भी अधिक उपयोग की जाती है परन्‍तु नेवल एक्‍युपंचर में मात्र एक दो या अधिकतम दस सूईयो का प्रयोग किया जाता है । नेवल एक्‍युपंचर में सूईयो को लगाने से पहले पेट पर कितनी चर्बी है इसका परिक्षण कर चर्बी के अनुपात में पंचरिंग की जाती है ताकि पेट के अंतरिक अंगों को किसी प्रकार की क्षति न हो



  नेवल एक्‍युपंचर चिकित्‍सकों का मानना है कि शरीर के सम्‍पूर्ण अंतरिक एंव वाहय अंगों के चैनल इस पाईन्‍ट से हो कर गुजरते है जैसा कि हमारे प्राचीन आयुर्वेद में कहॉ गया है कि नाभी से हमारे शरीर की 72000 नाडीयॉ निकलती है । नेवल एक्‍युपंचर सरल होने के साथ पंचरिग सुरक्षित है एंव उपचार हेतु कम से कम बारीक सूईयों का प्रयोग किया जाता है सूईयों को चुभाने पर र्दद बिल्‍कुल नही होता एंव परिणाम जल्‍दी एंव आशानुरूप मिलते है ।  इस चिकित्‍सा पद्धति की समस्‍त जानकारीयॉ गूगल साईड पर नेवल एक्‍युपंचर टाईप कर इसकी फाईले व वीडियों आदि देखे जा सकते है । नेवल एक्‍युपंचर में सौन्‍द्धर्य समस्‍याओं के बहुत अच्‍छे परिणामों को देखते हुऐ आज कल इसका प्रयोग ब्‍युटी पार्लर व क्‍लीनिक आदि में होने लगा है । कई चिकित्‍सा पद्धतियों के चिकित्‍स इसका उपयोग अपने चिकित्‍सालयों में सफलतापूर्वक कर रहे है । एक्‍युपंचर की एक शाखा है होम्‍योपंचर जिसमें होम्‍योपैथिक की शक्तिकृत औषधियों को डिस्‍पोजेबिल बारीक सूईयों में भर कर एक्‍युपंचर पाईन्‍ट पर लगा कर उपचार किया जाता था अब होम्‍योपंचर चिकित्‍सको ने नेवल एक्‍युपंचर के सफल परिणामों को देखते हुऐ नेवल एक्‍युपंचर पाईन्‍टस पर इसका प्रयोग कर सफलता प्राप्‍त कर रहे है । कई समाज सेवीय संस्‍थाये इसका पशिक्षण नि:शुल्‍क उपलब्‍ध कराती है । नेवल एक्‍युपंचर का अध्‍ययन घर बैढे करने हेतु आप इस साईड व ईमेल  पर सम्‍पर्क कर सकते है https://battely2.blogspot.com
http://beautyclinict.blogspot.in/
battely2@gmail.com


नि:शुल्‍क ब्‍यूटी क्‍लीनिक का प्रशिक्षण





मोटापा कम करने का एक्‍युपंचर पाईंट


मोटापा कम करने का एक्‍युपंचर पाईंट
 मोटापे का कारण शरीर के कुछ हिस्‍सों में विशेष कर ऐसे हिस्‍सो में अधिक होता है जहॉ पर शरीर से कम काम लिया जाता है । जैसे पेट ,जांध कुल्‍हे आदि परन्‍तु कुछ व्‍यक्तियो में मोटापा सम्‍पूर्ण शरीर में होता है । एक्‍युपंचर में मोटापे को कम करने ऐवम चबी को घटाने के लिये निम्‍न पाईट पर एक्‍युपंचर पाईन्‍ट पर पंचरिग कर उचित परिणाम प्राप्‍त किया जा सकता है । वैसे यह नेवल एक्‍युपंचर चिकित्‍सा में प्रयोग किये जाने वाला पाईट है ।




इस चित्र को ध्‍यान से देखिये इसमें क्रमाक 1 से 6 तक के पाईट है यही है मोटापा व शरीर से अनावश्‍यक चर्बी को कम करने के पाईन्‍ट क्रमाक 1,2,5,6 यह रिन चैनल पर पाये जाने वाले पाईट है ।
पाईन्‍ट नम्‍बर -1 यह नाभी या रिन-8 से डेढ चुन नीचे रिन चैनल पर पाई जाती है यहां पर रिन -6 पाईन्‍ट होता है
पाईन्‍ट नम्‍बर -2 यह रिन-5 बिन्‍दू है इसकी दूरी नाभी से दो चुन नीचे रिन चैनल पर होती है ।

पाईन्‍ट नम्‍बर -3 इसकी दुरी पाईन्‍ट नम्‍बर 2 से दो चुन आडी रेखा में दोनो तरफ होती है जहॉ पर स्‍टोमक-27 पाईन्‍ट पाया जाता है ।
पाईन्‍ट नम्‍बर-4 इसी स्थिति रिन-8 बिन्‍दू या नाभी मध्‍य से दो चुन की दूरी में आडी रेखा में दोनो तरफ होती है । जहॉ पर स्‍टो-25 पाईन्‍ट होता है ।
पाईन्‍ट नम्‍बर-5 यह बिन्‍दू नाभी या रिन-8 पाईन्‍ट से एक चुन रिन चैनल पर ऊपर की तरफ होती है जहॉ पर रिन-9 पाईन्‍ट होता है ।
पाईन्‍ट नम्‍बर-6 यह बिन्‍दू नाभी या रिन-8 पाईन्‍ट से चार चुन ऊपर रिन चैनल पर पाई जाती है जहॉ पर रिन- 12 पाईन्‍ट होता है ।
 उक्‍त छै: पाईन्‍टस पर पंचरिग कर मोटापे को कम किया जाता है । होम्‍योपंचर उपचार में लक्षणों को ध्‍यान में रख कर उक्‍त पाईट पर होम्‍योपैथिक की शक्तिकृत औषधियों का उपयोग किया जाता है । एक्‍युप्रेशर चिकित्‍सा एंव ची नी शॉग उपचार में उक्‍त पाईट पर दबाब व मिसाज तकनीकी से उपचार कर मोटापे को कम किया जाता है ।
G:\BC-Year-2016-17\Acupanthure\Acupanthure\मोटापा कम करने का एक्‍युपंचर पाईंट.doc  








आईरिडोलोजी चार्ट











आईरिडोलोजी ऑखों के परिक्षण से रोगों की पहचान