---अनुभव एंव समाधान कालम ---
इस कालम के अंर्तगत छात्रों ,मरीजो, तथा पाठकों की समस्याओं का
समाधान किया जाता है । अत: अनुरोध है कि आप भी अपनी समस्याये ,अनुभव,आदि शेयर
करना चाहते है तो प्रकाशनार्थ हमारे ईमेल battely2@gmail.com पर भेज सकते है या हमारे ब्लार्गस की साईड पर कमेन्ट कालम में
उक्त समस्याये, अनुभव, तथा समाधान शेयर किया जा सकता है ।
नये प्रश्न एंव समाधान नीचे जोडे जाते है
प्रश्न 1- मेरा नाम दिनेश पाठक है मेरी उम्र करीब 55 वर्ष की है, रतलाम म0प्र0 का निवासी हूं मुक्षे नाभी स्पंदन
से रोग निदान की जानकारी मिली । मुझे कई बीमारीयॉ कई वषों से थी । कई प्रकार के उपचार करा करा कर परेशान हो चुका
था इस दरबयान मैने नेट पर नाभी स्पंदन से रोगों की पहचान एंव निदान नामक लेख पढा
। दा एयुपंचर डब्लपमेंन्ट एण्ड रिसर्च मिशन की जानकारी मुक्षे मिली , मैने नाभी
स्पंदन चिकित्सक की जानकारी चाही, तो उन्होने अपने स्थानीय चिकित्सक का पता
दिया उन चिकित्सक का नाम डॉ0 के0बी0 सिह था जो मध्यप्रदेश सागर में रहते है । मै
उनसे मिला एंव अपना उपचार कराया मेरी उन्होने नाभी स्पंदन का परिक्षण किया एंव
पूरी बीमारीयॉ बिना किसी जॉच कराये बतला दी । इसके बाद उन्होने मुक्षे बतलाया कि
आप का रस एंव रसायन का संयोजन बिगड चुका है , इससे आप को भूंख नही लगती, कब्ज
रहता है ,गैस बनती है तथा जो भी आप खाते पीते है वह शरीर में नही लग रहा है ,इससे
दुर्बलता बढती जा रही है साथ ही झुरूरीयॉ एंव बाल भी समय से पहले झडने लगे है ,
उन्होने नाभी स्पंदन को यथास्थान ला दिया एंव मुझे समक्षा दिया कि किस प्रकार
से नाभी स्पंदन का परिक्षण मुंझे स्वंय समय समय पर करते रहना है एंव नाभी के
खिसक जाने पर उसे अपने स्थान पर कैसे लाना है । मैने यह उपचार स्वंय कई दिनों तक
सुबह खाली पेट किया, मुक्षे कुछ ही दिनों में लाभ समक्ष में आने लगा । इसके अर्श्चयजनक
परिणामों को देख मैने निर्णय लिया कि मै स्ंवय इसका अध्ययन करूंगा एंव गरीब
निर्धन व्यतियों की नि:शुल्क सेवा करूंगा । इसलिये इनके द्वारा चलाये जाने वाले
निशुल्क कोर्स में मैने प्रवेश लेकर इसका अध्ययन शुरू कर दिया, जो नि:शुल्क कई
प्रकार के चिकित्सा सम्बन्धित कोर्स का संचालन
इमेल के माध्यम से पाठय सामग्री भेज कर करती है । मैने चीनी शॉग एंव नाभी स्पदन से रोग निदान का प्रशिक्षण
प्राप्त कर, इस चिकित्सा की सेवाये दे रहा हूं ।
दिनेश
पाठक रतलाम म0प्र0
समाधान- आप ने ची नी शॉग एंव नाभी स्पंदन
से रोग निदान का प्रशिक्षण हमारे यहॉ से प्राप्त कर मरीजों का निशुल्क उपचार कर
रहे है इसके लिये हमारा साधुवाद स्वीकार हो ।
प्रकाशक
प्रश्न 2:-
मुक्षे इस बात की खुशी है कि छात्रों की जानकारी व अनुभावों एंव शंका समाधान हेतु
अनुभाव एंव समाधान कालम का प्रकाशन किया जा रहा है । नि:शुल्क कोर्स जो स्थानीय
कई समाजसेवीय संस्थाओं द्वारा संचालित किये जा रहे है । इससे पहले यह नि:शुल्क
कोर्स केवल दिल्ली द्वारा ही संचालित होते थे , पहले कम्प्यूटर
व नेट आदि की सुविधाये, उपलब्ध नही थी , इस लिये दिल्ली की प्रमुख संस्था ने स्थानीय
समाज सेवीय संस्थाओं के साथ मिलकर सन 2008 में इस नि:शुल्क कोर्स का तीन तीन
दिवसीय प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन प्रारम्भ किया था , जिसमें छात्रों को पाठय
सामग्रीयॉ नि:शुल्क उपलब्ध कराने में बडी असुविधा होती थी, साथ ही संस्था को यह
व्यय स्वंय उठाना पडता था । परन्तु अब कम्प्यूटर एंव नेट सुविधाओं की वजह
से छात्रों को मेल एडेस एंव ब्लागर साईड
से जोडकर विषय सामग्री उन तक उनके मेंल एडेस से भेजना अत्यन्त सुविधाजनक हो गया
है , साथ ही इससे न तो संस्था को धन व्यय करना होता है । छात्र अपनी सुविधानुसार
इस पत्राचार कोर्स का अध्ययन घर पर ही कर सकते है एंव जब कभी उन्हे सुविधा मिलती
है या उनके नगर में या आस पास नि:शुल्क प्रशिक्षण कैम्प का आयोजन होता है उनमें
वह भाग लेकर इसका प्रयौगिग प्रशिक्षण का लाभ उठा सकते है । मैने इस संस्था द्वारा
संचालित ब्युटी क्लीनिक ,ची नी शॉग ,होम्योपंचर ,एंव नेवल एक्युपंचर का
पत्राचार कोर्स किया एंव इस संस्था में स्थानीय समन्वयक हूं ।
सुबोध
कान्त सिंह पटना बिहार
समाधान- आप
ने यह नही बतलाया कि आप किस राज्य या नगर के समन्वयक है ।
प्रकाशक
प्रश्न 3- मुक्षे
यह जानकार बडी प्रसंन्ता हुई है कि आप के द्वारा संचालित नि:शुल्क कोर्स में
पाठय सामगी , ब्लागर साईड एंव आप की अन्य साईड पर एक अनुभव व समाधान कालम का
प्रकाशन किया जा रहा है ।इस अनुभव कालम में छात्रों एंव मरीजों के उपचार परिणामों
को लेख ,फोटोग्राफ, वीडिया के माध्यम से प्रकाशित किया जायेगा । इससे छात्रों
,जनसामान्य को आप के द्वारा संचालित विभिन्न उपचार पद्यतियों की जानकारी के साथ
उपचार परिणामों की जानकारी होगी ।
पूर्व में नि:शुल्क कोर्स कई लेखकों के नाम से
भी प्रकाशित हुऐ है ,परन्तु हिन्दी भाषीय क्षेत्र हेतु हिन्दी में पाठय
सामग्रीयों का प्रकाशन कम ही हुआ है । आप से अनुरोध है कि सर्वश्रेष्ट अनुभवों के
लेखक , फोटोग्राफ ,एंव वीडियोंग्राफी जो छात्रों हेतु विषयों को समक्षने में
सहयोगी हो उन्हे प्रोत्साहित किया जाये । एंव इस अनुभव कालम में मरीजों व
छात्रों की समस्याओं का समाधान भी किया
जाये ।
डॉ0के0बी0सिंह
समाधान – आप
के सुक्षाव हमेशा हमारे लिये सहयोगी रहा है । हम आप के सुक्षाओं से सहमत है आप ने
सुक्षाव दिया है कि हम इस कालम में अनुभवों के साथ समाधान कालम का भी प्रकाशन करे
एंव विषय से सम्बन्धित लेखों का प्रकाशन लेखक के नाम से करे । इस सम्बन्ध में
हम कहना चाहेगे कि समाधान हो या विषय से सम्बन्धि लेखों के बारे में हो हमने
लेखको के नाम्ा से ही प्रकाशित किया है आप के भी बहुत से लेख हमने आप के नाम से
ही प्रकाशित किया है । हिन्दी भाषा में हमे कम लेख प्राप्त होते है परन्तु जब
कभी भी जो भी लेख अपने लेख हमे भेजता है हम उसे उसी के नाम से प्रकाशित करते रहे
है और आगे भी ऐसा ही होगा जो छात्र या लेख हमे विषयों से सम्बन्धित लेख ,सुक्षाओ
,समाधान ,या अपने अनुभाव हमे भेजेगा उसे हम उसी के नाम से ही प्रकाशित करेगे । अच्छे
लेख वीडियों ,तथा फोटोग्राफ को प्रोत्साहित करेगे एंव वार्षिक परिक्षा में उसके
लेखों के मूल्याकंन के आधार पर उसे अतरिकत अंक दिये जायेगे साथ ही प्रमाण पत्र भी
प्रदाय किया जायेगा ।
प्रकाशक
प्रश्न 4 - आप के
द्वारा अनुभाव एंव समाधान कालम का प्रकाशन किया जा रहा है इसके लिये हमारा साधुवाद
स्वीकार हो । मै ब्यूटी पार्लर चलाती हूं परन्तु इसमें आय कम थी परन्तु जैसे
ही मैने ब्यूटी क्लीनिक की ब्रांच के कुछ कोर्स जैसे बी गम ,नीशेप ,पिर्यसिंग
,कपिंग,ची नी शॉग उपचार आदि , आप के यहॉ से पत्राचार के माध्यम से किया एंव इसकी
सुविधाये हमने अपने पार्लस में उपलब्ध कराई अब मेरा पार्लर जो पहले धाटे में चल
रहा था अब एक लाभ का व्यवसाय बन गया है ।
मै यह जानना चाहती हूं कि आप के यहॉ से मेल पर जो अध्ययन सामग्री भेजी जाती है वह
कभी कभी अन्य ईमेल एडेस से प्राप्त होती है इसी प्रकार ब्लागर की जानकारीयॉ भी
अन्य साईडों से प्राप्त हो रही है । कभी कभी फोन आदि करने पर भी जानकारी नही मिल
पाती ।
ज्योति
मौर्या इंदौर म0प्र0
समाधान- आप
का प्रश्न सही है इसका कारण यह है कि हमारे द्वारा संचालित कोर्स स्थानीय समन्वयकों
द्वारा संचालित होते है । इसलिये हमारे ईमेल से जुडते ही हम उस छात्र की जानकारी,
उसका मेल एडेस तथा फार्म आदि स्थानीय समन्वयक को दे देते है ताकि वह इस कोर्स से
सम्बन्धित जानकारीयॉ अपने छात्रों को समय समय पर देता रहे दुसरी बात हमारे फोन
नम्बरों पर चर्चा इसलिये नही की जा सकती क्योंकि छात्रों की संख्या अधिक है सभी
का फोन पर जबाब देना संभव नही है इसीलिये बार बार अनुरोध किया जाता है कि आप केवल
हमारे मेल एडस पर ही अपनी समस्या भेजे । ब्लागर साईड भी हमसे जुडे छात्रों व
समन्वयों ने अपनी अपनी बनाई है ताकि सम्बन्धित विषयों की जानकारी ,लेख, वीडियों
,तथा फोटोग्राफ छात्रों को समय समय पर मिलती रहे ।
प्रकाशक
प्रश्न 5 - मै गरिमा
बाधवानी उम्र 27 वर्ष लखनउ से एक समस्या के समाधान हेतु लिख रही हूं और मुझे पूरी
उम्मीद है कि आप मेरी समस्या को हल करेगे । मै एक कलाकार हूं टी0बी0 सीरियल में
भी काम किया है । मैने साउथ व कुछ भोजपूरी फिल्मों में भी छोटे मोटे रोल किये है
। जैसा कि आप सभी जानते है कि आज कल मांडलिंग का जमाना है और हम नये महिला
कलाकारों में सौन्द्वर्य ही सब कुछ है ा मै सुन्दर हूं मेरी लम्बाई भी ठीक है
।परन्तु मेरी समस्या यह है कि मेरा पेट मर्दो की तरह अधिक चिपका हुआ है । वैसे
मै एकहरे बदन की हूं । परन्तु न तो अधिक मोटी हूं न ही अधिक दुबली । परन्तु मेरा
पेट मर्दो की तरह दिखता है मेरी नाभी भी कम गहरी इससे मेरे पेट का आर्कषण महिलाओं
की तरह नही है । कई बार इसकी बजह से मुझे फिल्मों से निकाला भी गया है । साउथ
भोजपुरी फिल्मों में गहरी नाभी एंव स्त्री की
तरह मुलायम पेट का अधिक महत्व है । मैने प्लास्टिक सर्जरी कराने की सोची है । आप
के उपचारों में इस तरह का उपचार है क्या ।
गरिमा
बाधवानी लखनउ उ0प्र0
समाधान- आप का प्रश्न
सही है आजकल फिल्म ,टेलीवीजन , मॉडलिंग यहॉ तक की सामान्य स्त्रीयों में गहरी
नाभी एंव कोमल उदर क्षेत्र का महत्व अत्याधिक बढ गया है चूंकि स्त्रीय सुलभ
आर्कषण में समतल पेट पर गहरी नाभी के होने से कोमलांगनी कही जाने वाली स्त्रीयों
का सौन्र्द्धय कई गुना बढ जाता है मर्दो की तरह से सक्त पेट फिर उस पर किसी जख्म की तरह
या सकरी कम गहरी नाभी हो तो स्त्रीय सुलभ आर्कषण अपने आप कम हो जाता है एंव स्त्रीयों
में जो कोमलता का बोध होना चाहिये वह नही होता । पेट को कोमल आर्कषक ,कपिंग उपचार
से किया जाता है एंव नाभी को गहरा आर्कषक शेप नी शेप उपचार विधि के नेवेल कार्क को
लगा कर किया जाता है । सकरी नाभी को आकार में चौडा करने के लिये नाभी के अन्दर
नेवल स्प्रिंग लगाई जाती है । आप इसकी जानकारी इस साईड http://beautyclinict.blogspot.in/
beautyclinic.blogspot.com
neeshep.blogspot.com
पर नीशेप कलीनिक ,आर्टिक एंव
वीडियो देखे आप को इसकी जानकारी हो जायेगी । यदि
आप अपना ई मेल एडेस हमे भेजते है तो हम इससे सम्बन्धित जानकारी आप को मेल कर सकते
है ।
प्रकाशक
प्रश्न 6 - मै
जानना चाहता हूं कि आप के यहॉ कितने प्रकार के नि:शुल्क कोर्स का
संचालन किया जाता है और यह किस प्रकार से
होता है । मुक्षे जानकारी
मिली है कि यह पत्राचार कोर्स है फिर इसका
प्रेक्टीकल नालेज कैसे होगा
चूंकि आप के कोर्स अधिकाशंत: प्रयौगिक
प्रशिक्षण पर निर्भर करता है ।
सुनीता
अतुरकर मुम्बई
समाधान- आप
ने सही कहॉ , हमारे सम्पूर्ण कोर्स प्रयौगिक प्रशिक्षणों पर ही
निर्भर करते है ।
इसीलिये हम जो पाठय सामग्री अध्ययन हेतु भेजते
है उसका उद्वेश
केवल इतना है कि पहले छात्र सैद्धान्तिक विषयों
का अध्ययन धर पर
अच्छी तरह से कर ले इसके बाद हमारे
नि:शुल्क
प्रशिक्षण कैम्प जहॉ भी लगते है उसमें प्रयौगिक प्रशिक्षण
प्रशिक्षणा दिया
जाता है चूंकि पहले सैद्धान्तिक विषयों के अध्ययन से
छात्र पूरी तरह से
तैयार हो जाता है । हमारे द्वारा संचालित निम्न
कोर्स है ।
1-ब्युटी
क्लीनिक- जिसमें सौन्र्द्धर्य समस्याओं के निदान की तकनीकी सिखलाई जाती है इसकी
निम्न ब्रांच है बी गम थैरापी ,कपिंग उपचार, पिर्यसिंग , नीशेप उपचार, टैटू ,
होम्युपंचर , ची नी शॉग आदि ।
2-
ची नी शॉग उपचार
3- नेवल एक्युपंचर
4- एक्युपंचर
5-ची नी शॉग
6-नाभी स्पंदन से रोगों की पहचान एंव निदान
7-उपतारामण्डल परिक्षण द्वारा रोगों की पहचान एंव निदान
8-होम्योपंचर
9-इलैक्टो होम्योपैथिक
उक्त कोर्स में प्रवेश लेने हेतु आप हमारे ईमेल battely2@gmail.com पर आवेदन कर सकते है एंव घर बैठे इस कोर्स का
अध्ययन कर सकते ,हमारे सम्पूर्ण कोर्स पूरी तरह से निशुल्क है ।
प्रकाशक
प्रश्न 7- मैने सुना है कि आप के यहॉ से ब्युटी पार्लर से सम्बन्धित
एडवासं कोर्स का निशुल्क संचालन होता है । क्या यह कोर्स पत्राचार से भी किया जा
सकता है । इसके करने से क्या लाभ है । प्रतिसिंह पंजाब
समाधान- आप को मै यह बतलाना चाहूंगा कि ब्युटी पार्लर एंव हमारे द्वारा
चलाये जाने वाले ब्युटी क्लीनिक में जमीन आसमान का अन्तर है । ब्युटी पार्लर
में केवल साज श्रृगार का काम होता है । परन्तु ब्युटी क्लीनिक में सौन्र्द्धर्य
समस्याओं का उपचार किया जाता है जैसे एक निश्चित उम्र के बाद भी स्त्रीयों में
स्त्रीय सुलभ अंगों का विकास न होना , या अत्याधिक मोटापा ,बालों का सफेद होना
या झडना , मस्से ,मुंहासे, त्वचा का रंग बदलना या बदरंग का होना आदि आदि और भी
कई प्रकार की समस्याये है जिनका चिकित्सकीय निदान इस विधि से होता है । ब्युटी
क्लीनिक की कई शाखाये है
आज के समय में घर घर से
लेकर गली चौराहो में ब्युटी पार्लर के खुल जाने से इस ब्यवसाय में लाभ कम है यह
ब्यवसाय अब एक धाटे का सौदा बन गया है । परन्तु ब्युटी क्लीनिक के जानकारों का
भारत में केवल चार महानगरों को छोड कर बेहद कमी है । इसलिये इसकी जानकारी होते
इसका नेटवर्क बिना किसी प्रचार प्रसार के बनने लगता है । जैसे एक उदाहरण हम यहां
पर आप को समक्षने के लिये देना चाहेगे । ब्युटी पार्लर में अनावश्यक बालों को
निकालने के लिये बैक्स किया जाता है जो काफी र्ददनाक प्रक्रिया है परन्तु ब्यूटी
क्लीनिक में बी गम की सहायता से शरीर के अनावश्यक बालों को जड़ से बिना र्दद के
आसानी से निकाल दिया जाता है । ठीक इसी प्रकार आप सभी जानते है कि हर सम्प्रदाय
में बच्चीयों के नाक कान छिदवाये जाते है और यह काम सोनार की दुकानों में होता
आया है । नाक कान को सुनार के द्वारा छेदना एक तो असुरक्षित है फिर संक्रामण का डर
बना रहता है धॉव पकते फूटते है, ब्युटी क्लीनिक की पिर्यसिंग शाखा के अर्न्तगत शरीर
के किसी भी हिस्से में छेद सुरक्षित तरीके से इस प्रकार किया जाता है कि संक्रमण
की संभावना नही रहती धॉव भी पकते नही है, इसके साथ इसका सबसे बडा फायदा यह है कि
शरीर में छेद इस प्रकार से किया जाता है कि पता ही नही चलता चूंकि वहां की त्वचा
को पूरी तरह से शुन्य कर दिया जाता है । यह तो मात्र दो उदाहरण है, इसी प्रकार के
और भी उदाहरण है । यदि बालों को निकालने में या नाक कान या शरीर के अन्य हिस्सों
को छेदने में र्दद नही होगा तो हर ग्राहक आपके पास आयेगा एंव दूसरों को आप की
जानकारी देगा इससे आप का नेटवर्क अपने आप बनने लगेगा । आज के फैशनपरास्ती युग में
युवाओं में टैटू ,एंव पिर्यसिंग कराने का प्रचलन तेजी से बढा है , छोटे शहरों में
इसके जानकारों का अभाव होने से ऐसे युवा बडे शहरों की तरफ भागते है फिर इन कामों
का परिश्रमिक मुंह मांगा मिलता है । आप इससे सम्बन्धित अन्य जानकारी हेतु हमारे
मेल पर सम्पर्क कर सकते है हम पूरी जानकारी आप को आप के मेल पर भेज देगे चूंकि
पूरी जानकारी इस समाधान कालम में देना संभव नही है
प्रकाशक
प्रश्न
8- मैने सुना है कि नाभी स्पंदन
से रोग की पहचान आसानी से की जा सकती है एंव नाभी के स्पंदन को यथास्थान लाकर
बीमारीयों का उपचार किया जाता है । मुझे पेट में र्दद रहता है भूंख नही लगती , गैस
बनती है जिससे सीने में र्दद होता है खटटी डकारे भी आती है , मैने एलोपैथिक
,आयुवेदिक ,होम्योपैथिक सभी उपचार करा लिया है परन्तु कुछ भी लाभ नही हुआ । क्या नाभी स्पंदन उपचार से मेरी बीमारी की समस्या
का हल हो सकता है ।
मुझे
नाभी स्पंदन चिकित्सक का पता भी देने का कष्ट करे ।
अल्का सुहाने बडोदरा
समाधान- नाभी स्पंदन से रोगो की पहचान एंव
बीमारीयों का उपचार सफलता पूर्वक किया जा रहा है । इसके आर्श्चयजनक परिणम मिले है
। आप को हमारी सलाह है कि आप नाभी चिकित्सक या ची नी शॉग चिकित्सक से अपना उपचार
कराये आपको निराशा नही होगी । बडोदरा में डॉ0 मनोज खत्त्री जी दोनो विषयों के अच्छे
ज्ञाता है ।
प्रकाशक
प्रश्न-
नीशेप उपचार क्या है नेवल स्प्रीग
एंव नेवल कार्क क्या है । क्या इससे नाभी को गहरा आकृषक शेप दिया जा सकता है वो
भी बिना किसी नुकसान के । क्या मै इस कोर्स को कर सकती हूं इसका प्रेक्िटिकल
नालेज के लिये मुझे कहॉ जाना होगा ।
अनिता
खरे बिलासपुर म0प्र0
समाधान- नीशेप उपचार में नाभी को गहरा आकृषक शेप दिया जाता है ।
नीशेप में अब पेट को स्लीम आकृषक स्त्रीय सुलभ बनाया जाने लगा है । इस कोर्स का
अध्ययन घर बैठे पत्राचार से किया जा सकता है । इसके प्रेक्िटिकल नालेज हेतु जब
भी कही निशुल्क कैम्प लगते है उसमें आमंत्रित कर इस का प्रेक्िटिकल नालेज आप ले
सकती है । कैम्प की जानकारी हमारे निशुल्क कोर्स में प्रवेश लेने पर समय समय पर
बतला दी जाती है । नेवेल स्प्रिंग नाभी के साईज की एक स्टीललैस स्टील की
स्प्रिंग होती है इसे सकरी नाभी को चौडा गोल बनाने के लिये किया जाता है इसे नाभी
के अन्दर डालकर छोड दिया जाता है जैसे ही स्प्रिंग को नाभी के अन्दर दबाव देकर
छोडते है इससे स्प्रिंग दबाब के कम होते ही अपने स्वाभाविक रूप में आ जाती है ।
इससे नाभी के अन्दर की त्वचा पर दबाब डाल कर नाभी को चौडे आकार में गोल बना देती
है । नेवेल कार्क नाभी की साईज का कार्क है जिसे नाभी के अन्दर डालने से नाभी
गहरी गोल हो जाती है । इसकी विस्तृत जानकारी हेतु आप अपना ईमेल एडेस भेज हम सम्पूर्ण
जानकारी आप को मेल कर देगे ।
प्रकाशक
प्रश्न :- आप के यहॉ से जो नि:शुल्क
कोर्स चल रहे है, उनके पंजियन होते है क्या इन कोर्स को करने के बाद क्या हम प्राईवेट
प्रेक्टिस कर सकते है । आप के यहॉ से कौन कौन से कोर्स चलते है कृपया जानकारी देने
का कष्ट करे ।
डॉ0 दया राम
भारती पटना विहार
समाधान :- हमारे यहॉ के कुछ कोर्स
है,
1- वे सभी प्राकृतिक चिकित्सा पर
आधारित कोर्स है इन का पंजियन किसी भी शासकीय निकाय द्वारा नही किया जाता यह प्राकृतिक
उपचार विधि पर आधारित होने पर इस पर किसी प्रकार का कानून लागू नही होता यह एक सरल
उपचार विधि है , इसे कोई भी कर सकता है एंव इसके आशानुरूप परिणाम मिलते है । हमारे
यहॉ से होम्योपैथिक ,आयुर्वेद , यूनानी एंव एलौपैथिक चिकित्सकों ने भी इस प्राकृतिक
कोर्स को किया है एंव इसके सुखद परिणामों की वजह से वे काफी खुश है ।
2-हमारे यहॉ के कुछ कोर्स जैसे एक्युपंचर
, इलैक्ट्रो होम्योपैथिक , होम्योपंचर , आदि के नि:शुल्क कोर्स हम केवल आप के नालेज
हेतु संचालित करते है एंव इसके अघ्ययन के बाद आप किसी भी बोड्र से अपना पंजियन करा
सकते है या प्रवेश लेकर अध्ययन कर सकते है इसमें हमे किसी प्रकार की आपत्ती नही है
। चूंकि हम सारे कोर्स नि:शुल्क चलाते है यदि आप कही भी इसका अध्ययन करना चाहे या
पंजियन कराना चाहे तो आप उनके मार्गर्दशन में कर सकते है हमारा काम केवल आप को इन विषयों
में दक्षता प्रदान करना है ।
हमारे यहॉ के कुछ हमारे यहॉ के नि:शुल्क कोर्स की जानकारीयॉ इसी कालम
में दी गयी है वहॉ से आप जानकारी प्राप्त कर सकते है ।
3-कुछ कॉलेज व बोर्ड को हमसे यह अपत्ति
है कि हम इस प्रकार के कोर्स न चलाये क्योकि इसका प्रभाव उनके शिक्षण संस्थाओं एंव
बोड्र पर पडता है । परन्तु हमारा उनसे निवेदन है कि हम किसी प्रकार का काम्प्टीशन
नही कर रहे है और न ही हम किसी से किसी प्रकार की फीस या पैसे ले रहे है । हमारा कार्य
वैकल्पिक ऐसे चिकित्सा जो लुप्त हो रही
है एंव उसके आशानुरूप परिणाम मिल रहे है तो क्यो ना हम इस प्रकार की चिकित्सा पद्धति
का प्रचार प्रसार करे ।
प्रकाशक